Top Guidelines Of sidh kunjika
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
शृणु देवि प्रवक्ष्यामि कुंजिकास्तोत्रमुत्तमम्।
न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा।।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः
अभक्ते नैव दातव्यं गोपितं रक्ष पार्वति ॥ १४ ॥
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि sidh kunjika शां शीं शूं मे शुभं कुरु ।।
मनचाहा फल पाने के लिए ये पाठ कर रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करें. देवी की पूजा में पवित्रता बहुत मायने रखती है.
दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः